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‘डब्बा कार्टेल’ नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है. ओटीटी प्लेटफार्म पर मौजूद अपराध का महिमामंडन करने वाली सीरीज में अब ‘डब्बा कार्टेल’ के रूप में एक नई सीरीज शामिल हो गई है. फिल्म में शबाना आजमी से लेकर ज्योतिका तक, कई ऐसे चेहरे हैं, जो अपनी एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं. लेकिन फिर भी ये सीरीज देखने में मजा नहीं आता. जो वेब सीरीज हमें बिंज वॉच करने पर मजबूर कर दे, जिसे अधूरा छोड़ने के बाद भी आगे क्या हो रहा है, ये उत्सुकता आपको इस सीरीज से दूर रहने न दे, उस वेब सीरीज को हम एक अच्छी वेब सीरीज कह सकते हैं. लेकिन इस सीरीज के साथ ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता. क्राइम ग्लोरिफिकेशन का आसान फॉर्मेट अपनाने के बावजूद ‘डब्बा कार्टेल’ प्रभावित नहीं कर पाती.

कहानी

मुंबई के नजदीक ठाणे की रहने वाली हाउसवाइफ राजी (शालिनी पांडे) अपनी नौकरानी माला को साथ में लेकर ‘डब्बा सर्विस’चलाती हैं. अपने डिब्बे में से वो जरूरतमंद औरतों को कुछ ऐसी जड़ी बूटी बेचती हैं, जो उनके वैवाहिक जीवन का खयाल रखे. लेकिन इस बीच वो एक ऐसी मुसीबत में फंस जाती हैं कि उनकी ‘डब्बा सर्विस’, ‘डब्बा कार्टेल’ में बदल जाती है. मजबूरी और लालच के बीच घूमने वाले इस क्राइम ड्रामा में आगे क्या होता है? ये जानने के लिए आपको नेटफ्लिक्स पर डब्बा कार्टेल देखनी होगी.

क्या मिसिंग है?

‘डब्बा कार्टेल’ से पहले हॉटस्टार पर ‘सास, बहू और फ्लेमिंगो’ रिलीज हुई थी. राधिका मदान और डिंपल कपाड़िया के इस वेब सीरीज की कहानी ‘डब्बा कार्टेल’ से ज्यादा दिलचस्प थी. इस पूरी सीरीज में ओरिजिनालिटी मिसिंग है. ‘डब्बा कार्टेल’ में ऐसे कई सीन हैं, जो आपको दूसरी सीरीज की याद दिलाते हैं. उदाहरण के तौर पर बात की जाए तो इस सीरीज में एक किरदार है, जो अपने साइंस के ज्ञान का इस्तेमाल करते हुए ड्रग्स बनाता है, इस सीन को देख आपको ‘ब्रेकिंग बैड’ की याद आ जाती है. पुलिस की नज़रों से छिपते-छिपाते चल रहे ड्रग्स डिलीवरी के सीन तो हमने अनगिनत फिल्म्स और सीरीज में देखे हैं. बड़े चेहरे होने के बावजूद इस सीरीज से हम कनेक्ट नहीं हो पाते. सिर्फ कलाकारों की अच्छी एक्टिंग और बैकग्राउंड म्यूजिक ही ‘डब्बा कार्टेल’ की यूएसपी है.

निर्देशन और राइटिंग

शिबानी अख्तर, भावना खेर, गौरव कपूर आकांशा सेडा और विष्णु मेनन, लगभग आधा दर्जन राइटर्स ने मिलकर ये कहानी लिखी है. लेकिन फिर भी इस कहानी में कई ज्यादा लूप होल हैं. किरदारों की बैकस्टोरी भी आधी कच्ची नजर आती है. जैसे की जगताप नाम के इस मराठी परिवार में गुजराती ‘बा’ क्या कर रही हैं? और अगर ‘बा’ का किरदार गुजराती है, जो हो सकता है, क्योंकि आज कल इस तरह की शादियां बहुत कॉमन हैं, लेकिन एक गुजराती मां का बेटा फिर मराठी क्यों बोल रहा है? मां का गुजराती एक्सेंट और फिर बहू और बेटे का मराठी में बात करना, ये दर्शाता है कि राइटिंग में डेप्थ ही मिसिंग है. पूरी सीरीज में एक भी ऐसा डायलॉग नहीं है कि जो हमें याद रहे. एलजीबीटी पर बात करना जैसे की इन दिनों फैशन हो गया है. हम कितने खुले विचार के हैं, ये दर्शाने के लिए कई एलिट प्रोडक्शन हाउस अपनी वेब सीरीज में एलजीबीटी कपल तो दिखाते हैं, लेकिन सिर्फ ‘टच एंड गो’ के लिए. इस सीरीज में भी यही हुआ है.

कई बार हल्की राइटिंग को निर्देशक अपने काम से मजबूत दिखाता है. लेकिन हितेश भाटिया ‘डब्बा कार्टेल’ में ये कमाल नहीं दिखा पाए हैं.

एक्टिंग

मराठी परिवार की ‘गुजराती बा’ का किरदार शबाना आजमी ने बखूबी निभाया है. उनके एक्सप्रेशन हमेशा की तरह सहज हैं. उनकी बहू का किरदार निभाने वाली शालिनी पांडे ने भी उनका पूरा साथ दिया है. ज्योतिका, अंजलि आनंद, साई ताम्हणकर सभी अच्छे हैं. एक तरफ शबाना आजमी और दूसरी तरफ गजराज राव इस सीरीज को संभालने की पूरी कोशिश करते हैं. सुनील ग्रोवर अगर इस सीरीज में पहले आते, तो शायद ये सीरीज थोड़ी मजेदार हो जाती.

देखें या न देखें?

‘डब्बा कार्टेल’ बुरी सीरीज नहीं है. लेकिन ‘एक्सेल एंटरटेनमेंट’ ने हमेशा से अपने क्वालिटी कंटेंट के साथ हमारी आदतों को बिगाड़ा है और इस वजह से जब उनकी तरफ से ‘डब्बा कार्टेल’ जैसा औसत दर्जे का ‘प्रोडक्ट डिलीवर किया जाता है, तो निराशा होती है. जब ‘डब्बा कार्टेल’ जैसी अपराध का महिमामंडन करने वाली कहानी मेकर्स चुनते हैं, तब इस कहानी के साथ पूरा न्याय करना मेकर्स की जिम्मेदारी है, सोसाइटी में बिना नहाए-धोए गणपति का स्वागत करने वाले लोग, जिस उत्सव को लोकमान्य तिलक ने जनजागृति के लिए शुरू किया, उस उत्सव में फिल्मी गानों पर डांस करने वाले बच्चे, हाथ में पत्नी के लाखों रुपये थमाने के बावजूद वो आखिर क्या कर रही हैं? ये जानने का कष्ट करने वाला पति, ड्रग्स को अलग दिखाने के लिए उसमें फूड कलर्स डालने वाला साइंटिस्ट, ये सब देखकर लगता है कि इस डब्बे के अंदर का खाना ठीक से पकाने की किसी ने जहमत नहीं उठाई है और इसलिए ‘अग्नि’ और ‘सुपरबॉयज ऑफ मालेगांव’ जैसे शानदार पकवान के बाद अब ये आधा कच्चा स्वाद में फीका ‘डब्बा’ हजम नहीं होता.

वेब सीरीज का नाम : डब्बा कार्टेल

प्रोडक्शन हाउस : एक्सेल एंटरटेनमेंट

स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म : नेटफ्लिक्स

एक्टर्स : शबाना आजमी, शालिनी पांडे, अंजलि आनंद, गजराज राव, ज्योतिका

रेटिंग : **

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